मेरी चुत की प्यास 3

Posted on

करीब 6 महीने बाद, 30 दिसंबर को मेरा पेपर था..

दिल्ली से लौटने पर, मैंने आंटी को फोन किया..

वो बोली – आप 31 को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे क बीच आ जाओ.. मुझे टाइम है.. रात को हमारे दूसरे घर में रहने की भी जगह है..
मैं 31 को सुबह 10 बजे कालका पहुँच गया.. आंटी को फोन किया तो वो बोली – मैं तुम्हें लेने आई हूँ… तुम गेट क पास आ जाओ..
मैं गेट पर गया तो आंटी तैयार खड़ी थी.. वो मुझे देखते ही खुश हो गई.. उस दिन ठंड बहुत थी.. उसने कोट पहन रखा था..
आंटी – तुम आ गये.. जल्दी घर चलो.. वहीं बात करेंगे.. पिंटू.. घर पर कोई नहीं है.. बच्चे तो बड़े दिन की छुट्टी में ननिहाल गये हैं.. अंकल दुकान गये हैं.. मेरी ननद बलविंदर घर पर है.. उसको मैंने तुम्हारे बारे में सब बता दिया.. वो भी एकदम तैयार है.. आज उसका नंबर पहले लगाना है..
पिंटू – चलो टैक्सी पाकड़ो.. हम टैक्सी पकड़ कर घर आ गये..
आंटी ने मुझे एक कमरे में बिताया..
आंटी – मैं चाय लाती हूँ..
वो चली गई.. फिर थोड़ी देर बाद पानी ले कर एक गर्ल आई..
उसने मुझे नमस्ते किया.. एक दम जवान और देखने में मस्त.. दूध तो बहुत बड़े थे.. टी शर्ट में जंप खा रहे थे.. शायद उसने ब्रा नहीं पहनी थी.. वो मुझे देख कर मुस्कुराई..
पिंटू – आपका क्या नाम है .?.
वो – जी बलविंदर..
मैं समझ गया.. ये वही लड़की है, जिसे मुझे चोदना है..
मैं बस मौके की तलाश में था.. वो गिलास रखने क लिए मूडी और फिर झुकी तो उसके पोंद मस्त लगे..
मैंने उसको पीछे से जा कर पकड़ लिया..
बलविंदर – अरे आप क्या कर रहे हैं .?. छोड़ो.. कोई आ जाएगा..
पिंटू – आज कोई नहीं आएगा.. ये मौका बार बार नहीं आता डार्लिंग..
मैंने उसको सीधा कर लीप लॉक कर दिया.. किस करने लगा.. वो अब कुछ भी नहीं कर रही थी.. उसके गाल मस्त थे..
मैंने गाल चूसने शुरू कर दिए तभी आंटी चाय नाश्ता लकर् आ गई..
आंटी – पहले ये नाश्ता कर लो.. ये बाद में कर लेना.. मेरी ननद को आज खूब खुश कर देना पिंटू..
बलविंदर शर्म से लाल हो गई.. उसने सिर नीचे कर लिया..
पिंटू – यार ये तो चलता ही रहेगा.. चलो.. ऊपर देखो..
वो ऊपर देखने लगी.. तभी मैंने आंटी को पीछे से पकड़ कर उसके दूध दबाने लगा.. बलविंदर देखती ही रह गई..
मैंने आंटी का कुर्ता खोल दिया और ब्रा खोल कर दूध चूसने लगा..
आंटी – अरे क्या कर रहे हो .?. गेट खुला है.. पहले तो बलविंदर का नंबर है फिर मेरा.. आ बड़ा मज़ा आ रहा है.. चाय पी लो दूध बाद में पीना.. छोड़ो दूध मेरे.. अया या.. ऊ ऊओ.. ऊऊ.. छोड़ो.. ना.. बूबे..
मैंने दूध छोड़ दिए.. हम नाश्ता करने लगे..
आंटी बाहर चली गई.. मैंने गेट बंद कर दिया..
फिर बलविंदर को पकड़ लिया.. वो काफ़ी खुश थी..
उसके कपड़े उतारे तो वो सेक्स बॉम्ब निकली.. उसके दूध पक्के हुए आम की तरह थे..
गुलाबी निप्पल बहुत मस्त थी.. मैंने पीछे जा कर उसको पकड़ लिया.. वो शर्मा रही थी..
मैंने उसके मस्त चूतड़ मैं लंड रख कर शॉट मारा.. लंड चूतड़ की दरार को चीरता हुआ अंदर चला गया..
अब उसके दूध पकड़ कर दबाने लगा.. दूध बड़े मस्त थे.. एकदम आम की तरह..
उसने गर्दन मोडी तो उसके गाल पर किस स्टार्ट कर दिया..
अब वो मेरी पकड़ में थी.. उसकी गाण्ड में लंड, मेरे हाथ में दोनों दूध और मेरे होंठों में उसके गाल..
वो एकदम मस्त हो गई.. चुपचाप सेक्स का मज़ा लेने लगी..
मैं 10 मिनिट तक ऐसे ही रहा..
अब वो मस्त हो गई.. मैं उसके आगे आ गया.. उसके लिप्स को किस करने लगा..
उसके पतले गुलाबी होंठ मस्त थे.. चूस चूस कर मज़ा आने लगा.. फिर दूध को चूसने लगा..
एक दूध मुँह में ले लिया.. दूसरे को दबाना शुरू कर दिया.. बदल – बदल कर दोनों दूध को चूस रहा था..
अब निप्पल भी मुँह में ले लिए.. मस्त निप्पल थे.. वो एकदम मस्त हो गई.. 18 साल की लड़की की सब चीज़ मस्त होती है..
क्या किस्मत बदली.. 18 की मस्त चूत.. जोरदार तन में सेक्स का मज़ा डबल हो जाता है..
वो आ भरने लगी.. गोरे बदन वाली सरदार की पंजाबन लड़की..
बलविंदर – आ आह ह.. मज़ा.. एया या.. रहा आ.. है.. जीए.. अब वो अंदर डाल दो.. .. आ आअ हह.. आ आ आ.. आ आ अह ह.. ऊ ऊह ह..
पिंटू – तुम ही पकड़ लो.. मेरी जान..
उसने मेरा टाइट लंड को अपने ठंडे हाथ से पकड़ा.. फिर चूत पर रखा.. चूत एकदम बंद थी.. शॉट मारने पर भी अंदर नहीं गया..
मैंने उसको बेड पर लिटा लिया.. फिर टाँग चौड़ी करवा कर लंड चूत पर रखा..
अब मैं उस पर झुक गया.. शॉट आराम से मारे तो लंड थोड़ा सा अंदर गया.. वो आ भर रही थी..
मैंने लंड पर थूक लगाया और ज़ोर से शॉट मारा.. आधा लंड उसकी चूत में चला गया..
अब मैंने लंड बाहर निकल कर बहुत सारा थूक लगा कर जोरदार शॉट मारा..
लंड चूत चीरता हुआ अंदर चला गया.. वो चिल्लाने लगी..
बलविंदर – ऊऊ मर गई.. ये बाहर निकालो.. प्ल्ज़ प्ल्ज़.. दर्द हो रहा है.. ऊओ
मैंने बाहर निकाल कर ज़ोर ज़ोर से 5 – 6 शॉट मार दिए.. वो चोख रही थी..
पिंटू – अब मज़ा आने लगेगा.. थोड़ा दर्द तो होता है.. बंद सील को तोड़ने पर दर्द तो होगा ही.. अब तुम कहोगी तभी अंदर डालूँगा..
वो अपनी चूत देखने लगी.. कुछ देर बाद मुस्कुराई..
वो थोड़ी सी मोटी तो नहीं कह सकते हाँ भरे बदन के थी.. ऐसी लड़की को चोदने का मज़ा ही अलग होता है.. वो अब कम शर्मा रही थी..

कहानी जारी रहेगी…

चूत एकदम बंद थी.. शॉट मारने पर भी अंदर नहीं गया..
मैंने उसको बेड पर लिटा लिया.. फिर टाँग चौड़ी करवा कर लंड चूत पर रखा..
अब मैं उस पर झुक गया.. शॉट आराम से मारे तो लंड थोड़ा सा अंदर गया.. वो आ भर रही थी..
मैंने लंड पर थूक लगाया और ज़ोर से शॉट मारा.. आधा लंड उसकी चूत में चला गया..
अब मैंने लंड बाहर निकल कर बहुत सारा थूक लगा कर जोरदार शॉट मारा..
लंड चूत चीरता हुआ अंदर चला गया.. वो चिल्लाने लगी..
बलविंदर – ऊऊ मर गई.. ये बाहर निकालो.. प्ल्ज़ प्ल्ज़.. दर्द हो रहा है.. ऊओ
मैंने बाहर निकाल कर ज़ोर ज़ोर से 5 – 6 शॉट मार दिए.. वो चोख रही थी..
पिंटू – अब मज़ा आने लगेगा.. थोड़ा दर्द तो होता है.. बंद सील को तोड़ने पर दर्द तो होगा ही.. अब तुम कहोगी तभी अंदर डालूँगा..
वो अपनी चूत देखने लगी.. कुछ देर बाद मुस्कुराई..
वो थोड़ी सी मोटी तो नहीं कह सकते हाँ भरे बदन के थी.. ऐसी लड़की को चोदने का मज़ा ही अलग होता है.. वो अब कम शर्मा रही थी..

पिंटू – यार बोलो ना कुछ.. बिना बोले चूत की चुदाई नहीं होती.. लंड आने दम..
अब मैंने उसका इशारा पा कर लंड एक ही शॉट में अंदर घुसेड दिया..
फिर शॉट मारने लगा..
उसके दूध हर शॉट पर जंप ले रहे थे.. वो मस्त हो कर मुस्करा रही थी..
बलविंदर – आ आह ह मेरी चूत मार लो आज.. मज़ा आ रहा है.. चूत की मस्त चुदाई करो.. आ.. लंड सारा अंदर डाल दो.. तुम्हारा माल तो मस्त है.. ऊऊ.. आ आह ह.. हह.. ऊ ऊ ओह.. ऊओि इ.. मा अर लो.. चूत.. मेरी तो.. आज.. मस्त हो गई.. .. ऊऊ..
पिंटू – चलो, अब घोड़ी बन जा मेरी रानी.. बहुत मज़ा आएगा चूत मारने का..
बलविंदर – क्या.. कैसे.. मैं समझी नहीं..
पिंटू – तुम उल्टी लेट जाओ.. अब पीछे से घुटने मोड़ कर अपनी गाण्ड ऊपर करो.. ऐसे.. अब मस्त हो कर चूत में लंड डलवओ..
वो घोड़ी बन गई.. मैंने उसके कंधे पर दोनों हाथ रखे और चूत में लंड घुसेड दिया..
अब ज़ोर ज़ोर से शॉट मारने लगा..
पीछे से शॉट मारने पर लंड को फुल मज़ा आता है..
मेरी बॉडी का अगला पार्ट उसकी चूत, पोंद और उसके पैरों से लग कर मस्त हो गया..
चुदाई का ये नंबर 1 स्टाइल है..
बलविंदर – यार बहुत मज़ा है.. ऐसे ही चोदो मेरी चूत.. घोड़ी की चूत घोड़ा बन कर लेते रहो.. यार.. .. आअज.. तो.. किस्मत का ताला खुलगया.. ऊवू.. आ ओउू उच्च.. मरो.. मरो.. ऊऊ.. आ ओउ उच.. चोद मचा लो.. याअर.. ऊऊ.. य्आ.. ऊ ऊ.. याअ.. ऊ ऊओ.. य्आ अ.. ऊ ऊऊ.. या.. कम ओन..
पिंटू – मस्त माल हो तुम.. बेबी.. लंड कैसा है .?.
बलविंदर – मस्त है..
अब मैंने स्लो सेक्स स्टार्ट कर दिया.. लंड अंदर जाता तो चूत की दीवार से रगड़ खा कर लंड और भी मोटा होने लगाता.. मज़ा बढ़ने लगा..
बलविंदर – मेरी चूत.. ( ! ) ओ या स्लो सेक्स में मज़ा बहुत है.. उ उ उइइ मा आ.. मर गई.. .. मैं.. ओ या ओ या.. ओ.. य्आ ऊओ य्आ मेरी.. .. ऊ ओह.. .. चुतटत्त.. मरर र र.. .. गैई ई.. य्आर र र्र्र्र्र् र र र.. .. ऊ ऊ ऊ हह.. आ आ आ आ आ आ अह ह ह.. आ आ ह ह.. आ आह ह.. आ आ.. आ आ.. आ आ.. आ आ आ.. .. ऊवू.. .. मेरिइ इ.. .. चूत.. में डालते रहूऊ.. ऊओ थोड़ा दर्द भी.. तुम रुकना मत.. चोदो राजा..
मैं लगातार चोदता रहा.. वो चिल्लाती रही.. वो मेरा साथ दे रही थी.. मज़ा बहुत आ रहा था..
मैंने उसके दूध पकड़े तो उसने आ भरी.. उसके दूध बड़े और काफ़ी सॉफ्ट थे..
उसकी आवाज़ काफ़ी मीठी थी.. जब वो आ भारती तो आग लग जाती..
बलविंदर – चोदो याअ र.. .. दूध कस के पकड़ो.. मज़ा.. ( • ) ( • ) मज़ा आता है.. निप्पल को उंगली के बीच में ले कर बूबे को दबाओ यार.. ओ.. ओ.. ओ.. ऊ ऊह ह.. य्आ.. .. ऊ ओह.. आ आह ह.. आ आह ह..
मैंने दूध को दबाना स्टार्ट कर दिया.. दूध हाथो से बाहर आने लगे..
बलविंदर – यार, मेरे ऊपर चढ़ जाओ.. ऊपर चढ़ कर चूत को चोदो.. अपना डंडा ज़ोर से आने दो..
मैंने बलविंदर के ऊपर चढ़ गया लंड उसकी चूत में था.. थोड़ी देर शॉट मार कर.. उसके ऊपर ही चढ़ कर रुक गया..
मैं उसकी पीठ पर लेट गया.. बलविंदर क गालों पर किस करने लगा.. बलविंदर अपनी चूत में मोटा लंड डलवा कर चुप थी..
बलविंदर – अब तो मज़ा आया है.. अब ज़ोर से मारो..
अब मैं समझ गया की वो फुल मज़ा ले रही है.. मैंने उसको बेड के एक कोने पर घोड़ी बनाया और मैं ज़मीन पर खड़ा हो कर शॉट मारने लगा..
बलविंदर – जी.. ज़ोर से मरो.. चूत चुदाने में.. आ आ अहह.. बड़ा मज़ा है.. ऊ ऊ ओ.. ज़ोर.. से.. मेरी चूत ले लो.. आ आ आ.. ह्म्म्म्म.. ऊ ऊप.. .. ऊ ऊ ओि ई ई ई ई.. मा आ आ अ.. .. मर.. गैइ.. ऊ ऊ ओ.. य्आ अर.. आ आ आ आ आह ह.. ऊ ऊ ओह.. लंड मस्त है.. .. ऊ ऊ ऊय यय्य या आअ.. ऊओ.. य्आ अ.. ऊऊ ओ…
पिंटू – बस दो मिनिट और लगेगे..
मैं ज़ोर से शॉट मारने लगा.. वो सब कुछ भूल कर मज़ा ले रही थी..
शोर भी मचा रही थी.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. थोड़ी देर बाद वो ढीली पर गई..
मैं भी एक मिनिट बाद झड़ गया.. सारा मज़ा उसकी चूत में उतार दिया..
मैंने उसके दूध पकड़ लिया और पीठ पर किस किया.. थोड़ी देर बाद हट गया.. अब वो सीधी हो कर बेड पर लेट गई..
मैंने उसके मस्त दूध को पकड़ कर चूसने लगा.. वो मेरे सिर पर हाथ फेरने लगी..
कुछ देर बाद, हमने कपड़े पहन लिए..
बलविंदर – मैं भाभी को भेजती हूँ.. चाय लाती हूँ..
वो चली गई.. आंटी आ गई..
आंटी – कैसी रही चुदाई .?.
पिंटू – ये तो बलविंदर से ही पूछो.. मेरी रानी.. लंड की दीवानी.. आ आओ पास मेरे.. अपने कपड़े खोल क आ जा..
वो कपड़े खोल क बेड पर आ गई.. मैंने उसके दूध को पकड़ लिए.. वो मस्त हो गई..
आंटी – अभी चोदोगे क्या .?.
पिंटू – यार, अभी तो मेनू देख रहा हूँ.. चुदाई में एक घंटा लगेगा.. सारा माल तो मैंने उसकी चूत में डाल दिया.. बातें चलती रही..
बलविंदर अंदर आई तो आंटी को नंगा देख कर वापस मूड गई..
पिंटू – अंदर आ जाओ बलविंदर.. अब कैसा शरमाना..
आंटी – आ जाओ अंदर..
मैं खड़ा हो कर उसको अंदर ले आया.. उसने चाय दी.. फिर मैंने गरमागरम द्रक वाली चाय पी..
पिंटू – चलो मेरे पास आओ..
वो मेरे पास आ गई.. मैंने उसको पकड़ कर किस शुरू कर दिया.. आंटी भी मेरे पास आ गई.. अब आगे की कहानी अगले भाग में..
कहानी कैसी लगी, ज़रूर बताना..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *