करिश्मा, कृष्णा, और रोहन होटेल के कमरे में रोहन और बिंदिया बैठे ही थे की सामने से मैंने कल वाली लड़की को आते हुए देखा। वो लड़की सीधा कृष्णा के पास आ गई। कृष्णा ने उस लड़की का हमसे परीचय कराया ओर कहा- “यह है मेरी गर्लफ्रेंड करिश्मा…” और फिर हम सभी के बारे में करिश्मा को बताया।
थोड़ी देर बातें करने के मैंने बिंदिया से कहा- “बहुत देर हो गई है हमें चलना चाहिये..”
रोहन ने कृष्णा को कहा- “तुम बैठो मैं इन्हें रिक्शा में बिठाकर आता हूँ…”
हम दोनों उठकर रोहन के साथ जाने लगे। रोहन ने हमें रिक्शा में बिठाकर बाइ किया। रोहन वापस कृष्णा के पास आया और उससे कहा- “साले तुम्हारी चाय तो आ गई मगर मेरा भी कुछ बंदोबस्त करो…”
कृष्णा रोहन की डबल मीनिंग समझ गया और हँसते हुए कहा- “कोई बात नहीं। हम यारों के यार हैं आधी-आधी पी लेंगे…”
करिश्मा हमारी बातें गौर से सुन रही थी, उसने कहा- “चाय कहां है?”
कृष्णा और रोहन उसकी बात सुनकर जोर से हँसने लगे।
कृष्णा ने कहा- “मेरा कमरा इस होटेल में है चलो वहाँ बैठकर बातें करते हैं…” फिर कृष्णा काउंटर के पास गया और अपने कमरे की चाबी लेकर रोहन और करिश्मा के साथ अपने कमरे में पहुँच गया।
कमरा बहुत ही शानदार था, उसमें एक डबल बेड रखा हुआ था। वो पूरा एसी रूम था। कृष्णा ने दरवाजा अंदर से लाक किया और करिश्मा को कहा- “यह मेरा सबसे बढ़िया दोस्त है, तुमको इससे शर्म करने की कोई जरूरत नहीं। यह हमारी बातें किसी को नहीं बताएगा…” और कृष्णा ने उस लड़की को बेड पर बैठते हुए अपनी गोद में बिठा लिया।
रोहन सामने पड़े सोफे पर बैठ गया और उन दोनों को देखकर मजा लेने लगा। वो लड़की बिल्कुल गोरी थी ओर उसकी चूचियां बहुत बड़ी तो नहीं थी, मगर बहुत छोटी भी नहीं थी। कृष्णा अपने हाथ से उसकी कमीज उतारने लगा। कमीज उतरते ही उसकी गोरी-गोरी चूचियां ब्रा में ही आधी नजर आने लगी। कृष्णा ने उसकी ब्रा के हुक खोल दिये और किसी कुत्ते की तरह उसपर झपट पड़ा और उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने और काटने लगा, करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकल रही थी।
वो सब देखकर रोहन का बुरा हाल होने लगा और वो अपनी पैंट उतारकर अंडरवेर के ऊपर से अपने लण्ड को सहलाने लगा। कृष्णा ने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी अब वो सिर्फ अंडरवेर में था। उसने करिश्मा की सलवार उतारकर उसकी कच्छी को भी नीचे सरकाकर उतार दिया और अपने हाथों से उसकी टाँगों को पकड़कर फैला दिया। उस लड़की की चूत पर ढेर सारे बाल थे। कृष्णा ने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और अपना हाथ नीचे लेजाकर अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, और आगे-पीछे करने लगा।
करिश्मा बहुत गर्म हो गई थी। वो अपने चूतड़ उठा-उठाकर कृष्णा की उंगली अंदर ले रही थी। अचानक कृष्णा ने अपनी जीभ निकालकर उस लड़की की चूत में डाल दी। वो लड़की मजे से सिसक उठी आअह्ह्ह… और कृष्णा ने अपनी जीभ अंदर-बाहर करते हुए अपनी उंगली से उसकी गाण्ड को कुरेदने लगा। उस लड़की ने कृष्णा के सिर को अपने हाथों से पकड़ लिया और अपनी चूत पर दबाने लगी।
रोहन का हाल बहुत बुरा था। करिश्मा को देखकर हैरान था की वो किसी अंजान आदमी के सामने ऐसा कर रही है। अचानक कृष्णा ने उस लड़की की चूत से जीभ निकाली और सीधा बेड पर लेट गया।
करिश्मा उठकर कृष्णा के ऊपर चढ़ गई और उसे किस करने लगी और कहने लगी- “आगे बढ़ो ना प्लीज ऐसे क्यों बीच में छोड़ दिया?”
कृष्णा ने कहा- “जाओ पहले मेरे दोस्त को खुश करो…”
करिश्मा बहुत गरम हो चुकी थी उसने रोहन को अपनी बाहों में भर लिया और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए। रोहन पहले से ही बहुत गर्म था। उसने उस लड़की को अपनी गोद में उठाकर बेड पर लेटा दिया और अपने मुँह से उसकी चूचियों को चूसने लगा। उस लड़की ने रोहन की शर्ट उतार दी और रोहन को नीचे लेटाते हुए उसके ऊपर आ गई और उसका अंडरवेर हटा दिया।
रोहन का मोटा और बड़ा लण्ड स्प्रिंग की तरह लहराता हुआ करिश्मा के सामने था। वो लड़की रोहन का लण्ड देखकर ज्यादा गरम हो गई, और अपनी जीभ निकालकर ऊपर से नीचे तक उसे चाटने लगी। रोहन की आँखें मजे से बंद होने लगी। करिश्मा रोहन के लण्ड पर जीभ फिराते हुए अपने हाथों से उसकी गोटियों से खेलने । लगी। अचानक करिश्मा रोहन को बेड पर गिराते हुए उसके ऊपर चढ़ गई। करिश्मा ने उल्टा होकर अपनी चूत रोहन के मुँह पर रख ली और अपनी जीभ से रोहन के लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी।
रोहन का मजे के मारे बुरा हाल था। उसे करिश्मा की चूत में से अजीब खुश्बू आ रही थी। अचानक करिश्मा अपनी जीभ रोहन के सुपाड़े के बीच वाले छेद में फिराने लगी। रोहन अपनी जीभ निकालकर करिश्मा की चूत पे फिराने लगा। पहले उसे कुछ अजीब लगा मगर फिर उसने अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी और अंदर-बाहर करने लगा।
करिश्मा यही तो चाहती थी। उसने अपना मुँह खोलकर उसका लण्ड जितना हो सकता था अपने मुँह में ले लिया। करिश्मा अपने मुँह में रोहन के लण्ड का चौथा हिस्सा ही ले पा रही थी और अपने होंठों से उसे आगे-पीछे कर रही थी। रोहन से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था। उसने करिश्मा को बेड पर सुलाया और उसकी टांगों को घुटनों तक मोड़कर अपना फनफनाता लण्ड उसकी गीली चूत पर रगड़ने लगा। करिश्मा के मुँह से सिसकियां निकलने लगी।
उधर कृष्णा भी यह सब देखकर बहुत गर्म हो चुका था और वो अपना अंडरवेर उतारकर अपने लण्ड को सहला रहा था।
रोहन ने अपना लण्ड सही निशाने पर रखा और एक जोर का धक्का मारा, तो रोहन का आधा लण्ड करिश्मा की चूत में था। करिश्मा के मुँह से एक बड़ी सिसकी निकल गई ओह्ह्ह… करिश्मा पहले भी कई लण्ड खा चुकी थी मगर रोहन का लण्ड बहुत मोटा था और उसकी चूत भी अभी तक कसी हुई थी। रोहन ने अपना लण्ड थोड़ा । बाहर निकाला और फिर एक जोर का धक्का लगाया। इस बार रोहन का लण्ड करिश्मा की चूत को चीरता हुआ जड़ तक घुस गया।
करिश्मा के मुँह से एक जोर की चीख निकल गई- “ओईई… निकालो तुम्हारा बहुत मोटा है, मेरी चूत फट गई…”
रोहन ने नीचे होते हुए उसकी चूची अपने मुँह में ले ली और चाटने लगा। करिश्मा को रोहन का लण्ड अपनी बच्चेदानी तक महसूस हो रहा था और उसे अपनी गाण्ड पर रोहन की गोटियां महसूस हो रही थी। कुछ देर बाद करिश्मा अपने चूतड़ उछालने लगी। रोहन समझ गया की उसका दर्द गायब हो गया है, और वो अपने लण्ड से हल्के धक्के लगाने लगा। रोहन अपने मुँह से अब उसकी चूचियों को काटते हुए नीचे से जोर के धक्के लगाने
लगा।
करिश्मा झड़ने के बिल्कुल करीब थी उसके मुँह से जोर की सिसकियां निकल रही थी- “आअह्ह्ह… जोर से करो मैं झड़ने वाली हूँ…”
रोहन अब अपना लण्ड सुपाड़े तक निकालकर जोर से धक्का देकर जड़ तक घुसा देता। करिश्मा जोर से आह्ह्ह करते हुए झड़ गई। लेकिन रोहन अभी तक नहीं झड़ा था। वो ऐसे ही धक्के लगता हुआ करिश्मा को चोद रहा था और अपने होंठ करिश्मा के होंठों पर रखकर उसे चाट रहा था। कुछ देर में करिश्मा फिर से गरम हो गई और रोहन के होंठों को काटने लगी। रोहन ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज धक्के लगाने लगा।
कृष्णा से बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसने बेड पर चढ़कर अपना लण्ड करिश्मा के मुँह में डाल दिया।
रोहन के हर धक्के के साथ करिश्मा हिल जाती और उसके मुँह में लण्ड और अंदर चला जाता। करिश्मा ने अचानक रोहन को सीधा लेटने को कहा। रोहन के लेटते ही करिश्मा उसके ऊपर आ गई और उसके लण्ड को अपनी चूत पर सेट किया और उसपर बैठकर धक्के लगाने लगी। रोहन के सामने करिश्मा की चूचियां उछल रही थी। उसने अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसकी चूचियां थाम ली और उन्हें मसलने लगा। करिश्मा थोड़ा झुककर अपनी चूचियां रोहन के मुँह के पास लाकर फिर से उठ जाती। रोहन ने उसकी कमर में हाथ डालकर नीचे झुकाया और उसकी चूची के निपल को अपने मुँह में लेकर दांतों से काटने लगा।
करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकलने लगी।
कृष्णा का हाल बहुत बुरा हो चुका था वो ड्रेसिंग टेबल से एक वैसेलीन ले आया और करिश्मा के पीछे बैठकर उसकी गाण्ड में एक उंगली को वैसेलीन लगाकर अंदर कर दिया।
करिश्मा चौंक कर उछली- “कृष्णा क्या कर रहे हो?”
मगर कृष्णा ने उसकी ना सुनते हुए अपनी दो उंगलियां अंदर डाल दी।
करिश्मा के मुँह से चीख निकल गई- “ओईई… आह्ह्ह..”
रोहन को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
अचानक कृष्णा ने अपना लण्ड करिश्मा की गाण्ड पर रखा और जोर का धक्का लगाकर अपना आधा लण्ड उसकी गाण्ड में घुसा दिया। करिश्मा दर्द के मारे झटपटाने लगी और बहुत जोर से चीखने की कोशिश की। मगर रोहन ने अपना मुँह उसके मुँह पर रख दिया और उसके सिर को पकड़ लिया। वो जानता था की चीखें सुनकर कोई भी आ सकता है।
रोहन को बहुत मजा आ रहा था। उसका लण्ड जैसे किसी तंग छेद में फंस गया हो। करिश्मा की आँखों से आँसू बह रहे थे। कृष्णा अपने आधे लण्ड से ही उसकी गाण्ड मारने लगा। कृष्णा अपना बाहर करता तो रोहन को उसका लण्ड अपने लण्ड से रगड़ खाता महसूस होता। अचानक रोहन का बाँध टूट गया और वो हाँफते हुए झड़ने लगा। उसका लण्ड सिकुड़ कर बाहर निकल गया वो नीचे से उठा और बाथरूम में घुस गया।
कृष्णा ने करिश्मा की गाण्ड मारते हुए अपने लण्ड का एक जोर का धक्का मारा और उसका पूरा लण्ड उसके अंदर था। करिश्मा के मुँह से एक जोर की चीख निकल गई। कृष्णा बिना रुके उसकी गाण्ड मारता रहा और उसकी गाण्ड में ही झड़ गया।
रोहन जैसे ही बाथरूम से निकला उसने देखा की करिश्मा अभी तक रो रही थी। कृष्णा उससे कह रहा था“जाओ बाथरूम में जाकर अपनी गाण्ड ठंडे पानी से धो लो, पहली बार दर्द होता ही है…”
करिश्मा की गाण्ड से खून निकलकर बेडशीट पर धब्बा बना चुका था। वो सुबकते हुए बाथरूम में चली गई। वो थोड़ा लंगड़ाकर चल रही थी।
रोहन ने कृष्णा से कहा यार मैं अब चलता हूँ बहुत देर हो गई है।
मैंने बिंदिया से बातें करते हुए पूछा की तुम बाथरूम में इतनी देर क्या कर रही थी? उसने मुझे सारी बात बता दी। मैं वो सब सुनकर बहुत गरम हो गई। घर पहुँचकर हमने पढ़ाई की और खाना खाने के बाद सो गये।
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