फिर थोड़ी ही देर में दारू के असर से मेरी जवानी की गर्मी बाहर आने लगी. मुझे आज कुछ अलग सा लग रहा था. मैंने शिबु की तरफ देखा तो उसने आंख मार दी. मैं समझ गई कि इसने मेरे गिलास में कोई उत्तेजना बढ़ाने वाली दवा डाली है.
खैर … मैं तो चुदने को आई ही थी. शिबू मेरे मम्मों को दबा रहा था और मेरे मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगी थीं.
‘आहह … ऊऊहह …’
शिबू ने मुझे बेड पर बैठा दिया और उसके दोस्त कुर्सी लगा कर सामने बैठ गए. शिबू ने मेरा कुर्ता निकाल दिया और मेरे चूचे काली ब्रा में उन सबके सामने आ गए. शिबू मेरे पीछे आया और मेरी काली ब्रा के ऊपर से मेरे बूब्स दबाने लगा.
मुझे भी मजा आने लगा था.
फिर वो तीनों उठ कर पास आ गए और हरि ने मेरी ब्रा खींच दी. ब्रा हटते ही मेरे चूचे उछल कर बाहर उन सबके सामने आ गए.
उन सबने बारी बारी से मेरे मम्मों पर हाथ फेरने शुरू किए. इतने लोगों के हाथ मेरे बूब्स पर थे … इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था.
उन सबके लंड भी खड़े हो चुके थे.
हरि मेरे नरम नरम मम्मों को सहलाते हुए बोला- शिबु क्या मस्त माल है तेरी गर्लफ्रेंड … आज ये मस्त मजा देगी.
शिबु- हां भाई, एकदम रंडी की तरह है.
अपने प्रेमी के मुँह से ये सुन कर मुझे अजीब लगा. शिबु ने आज तक मुझे कभी ऐसा शब्द नहीं बोला था.
मैंने भी नशे में सोचा कि आज तो मैं वैसे भी रंडी बनने वाली हूँ … कह लेने दो.
हरि- भाभी, आप बहुत सेक्सी हो … आपको चोदने में बहुत मजा आएगा.
मैं कुछ नहीं बोली.
शिबु- आओ मेरी रंडी शोनू … मेरा लौड़ा मुँह में ले लो.
मैंने भी सब के सामने बिना हिचकिचाहट के मेरे शिबु का पेन्ट निकाला और चड्डी में हाथ डाल कर उसके 6 इंच का लंड पकड़ कर हिलाने लगी. लंड बाहर निकाल कर अपने मुँह में ले लिया. शिबु को बहुत मजा आने लगा.
शिबु- आहह … मेरी रंडी क्या लंड चूसती हो … मजा आ जाता है.
विशाल- भाभी जी हमारा भी लंड चूस लो.
मैं- हां देवर जी … सब लाइन में खड़े हो जाओ … सबको मस्त कर दूंगी.
मेरी बात सुनकर वो तीनों लाइन में खड़े हो गए और मैं शिबु का लंड छोड़ कर उन तीनों के पैंट निकालने लगी.
उनके लंड खड़े थे … सबसे पहले मैंने हरि की पैंट उतारी, तो मैं दंग रह गई. उसका लंड उसकी चड्डी में बहुत बड़ा दिख रहा था. जब मैंने उसकी चड्डी निकाली, तो उसका मूसल लंड देख आकर मैं डर गई. उसका लंड करीब 8-9 इंच का था और काफी मोटा.
हरि के बाद विशाल और राज की पैंट उतारी तो उन सबके लंड भी बहुत बड़े बड़े थे … मेरे शिबु से सभी के लंड काफी बड़े थे.
राज- भाभी आज आप हमारी रंडी बनने वाली हो … पता है न आपको!
मैं- हां, मेरा शिबू मुझे रंडी बनाना चाहता है … तो मैं भी रंडी बनने को तैयार हूं.
उन चारों ने मेरी सलवार निकाल दी और सभी मुझ पर भूखे शेर की तरह टूट पड़े. शिबु मेरी ब्लैक पैंटी के ऊपर से हाथ फेरने लगा. हरि और राज मेरे बूब्स चूसने लगे और विशाल ने मेरी गांड पर काटना और चूमना शुरू कर दिया.
मैं चार मर्दों के बीच अकेली रांड सी पागल हुई जा रही थी. मेरे मुँह से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं- आआहहह इस्स … उन्हह.
xxx ग्रुप सेक्स में मुझे बहुत आनन्द मिल रहा था.
उन चारों ने मुझे घुटने के बल बैठा दिया और सब मेरे पास आकर खड़े हो गए. सबसे पहले विशाल अपना 8 इंच का लंड मेरे मुँह के सामने ले आया. मैंने उसका लंड पकड़ा और चूसने लगी. उसका लंड एकदम लॉलीपॉप की तरह रसीला था और उसेक लंड से निकलते प्रीकम कोई चाटने में मुझे भी बहुत मजा रहा था.
मैंने विशाल का पूरा लंड अन्दर ले लिया और मस्ती से चूसने लगी.
विशाल- आआआह … क्या लंड चूसती है शिबु तेरी रंडी भाभी..
उसके बाद हरि और राज ने अपने 9-9 इंच के मोटे मोटे लंड मेरे दोनों हाथ में दे दिए और शिबु मुझे ये सब करते हुए देख रहा था.
मैं भी उसे देख देख कर उन तीनों के लंड के साथ खेलने लगी.
थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद विशाल ने मेरे मुँह में ही अपना पानी डाल दिया. उसका स्वाद अजीब था … पहले मैंने कभी भी लंड का रस नहीं पिया था.
वो झड़ते हुए बोला- आंह पी जा मेरा पानी रंडी!
मैंने नाक बंद की और उसके लंड का पूरा पानी पी गई. वे सब बारी बारी से मेरे मुँह में लंड डालने के बाद रस छोड़ने लगे. मेरा मुँह दुखने लगा था.
इसके बाद फिर से दारू और सिगरेट का दौर चलने लगा. मुझे भी दारू पीने की चुल्ल हो रही थी. मैं अब बहुत अधिक चुदासी हो गई थी.
जब मैंने उन सबके लंड सहलाए तो दुबारा से लंड खड़े हो गए. वो तीनों मुझे पलंग पर ले गए. सामने मेरा शिबु शराब पीते हुए सब देख कर अपना लंड हिला रहा था.
मुझे बिस्तर पर लेटा दिया गया. विशाल ने मेरी पैंटी निकाल दी. हरि मुझे चूमने लगा और राज मेरे मम्मों से खेल रहा था.
अचानक से विशाल ने मेरी चूत में उंगली डाल दी … मुझे बहुत मजा आने लगा. वह अपनी उंगली मेरी चूत में अन्दर बाहर कर रहा था.
इधर हरि का मुँह मेरे मुँह में था. मैं मादक सिसकारियां ले रही थी. वो मुझे भूखे शेर की तरह मेरे मुँह में मुँह डाल कर चाट रहा था. मैं भी उसका सिर दोनों हाथों से पकड़ कर उसका साथ देने लगी.
राज भी मेरे बड़े मम्मों को खूब काटते सहलाते हुए मुझे मजा देने लगा था.
फिर राज मेरी चूत के पास गया … जहां विशाल लगा था. उसने विशाल को हटा कर अपना मुँह मेरी चूत में लगा दिया.
मेरी वासना भरी सिसकारियां निकलने लगीं- आहह उन्ह … अह … मजा रहा मुझे … ऐसे ही चूसो मेरी चूत.