मैं भी उसकी बातें सुन कर और मजे से चुदवा रही थी!

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उधर हरि मेरे मम्मों से खेल रहा था और विशाल ने मेरे मुँह में अपना लंड दे दिया था.

शिबु- शोनू मेरी रांड मजा आ रहा है न तुझे!
मैं- हां भड़वे, बहुत मजा आ रहा है.
शिबू- अभी और मजा आएगा … रुक जा बहन की लौड़ी … तेरी फुद्दी की चटनी बनने वाली है.
राज- अब सब लोग हटो … इस रंडी की चुदाई पहले मैं करूंगा.

उसने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे से अपना लंड डालने लगा. जब वह मेरी चूत पर लंड रगड़ने लगा, तो मुझे बहुत मजा आ रहा था. उसने अपना लंड जोर से मेरी चूत पेल डाला. उसका टोपी ही अन्दर गई थी कि मैं जोर से चिल्लाई दी.

‘ऊ … मर गई … साले हरामी धीरे पेल मादरचोद … आह … फाड़ दी कुत्ते … निकालो इसे … मुझे बहुत दर्द हो रहा है.’

पर उसने मेरी एक नहीं सुनी. बल्कि एक और जोर का धक्का लगा दिया. मुझे ऐसा लगा मानो मेरी चूत पूरी फ़ट गई हो. मेरी आंख से आंसू आने लगे थे.

मैं- आआहह … उन्ह … रुक जा साले … मुझे बहुत दर्द हो रहा है … मुझे जाने दो … मैं मर जाऊँगी.

इतने में शिबु ने आगे आकर मेरे मुँह में अपना लंड डाल दिया और बोला- रंडी मादरचोदी … तेरी मां का भोसड़ा … अभी तो बहुत मजे ले रही थी … अब क्या हुआ कुत्ती..!

कुछ देर ऐसे ही चुदने के बाद मुझे भी मजा आने लगा.
मेरा दर्द अब मजे में बदल गया और मैं जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी- आहहहह उन्ह..ह और जोर से चोदो मुझे आहह … बहुत मजा रहा है … आह चोदो अपनी रंडी को … ऐसे ही.

कुछ ही देर में मैं झड़ गई.

मेरे झड़ने के बाद हरि ने मुझे एक पैग पिलाया, जिससे मुझे राहत मिल गई.

उसके बाद राज मेरी चूत में लंड डाल कर जोर जोर से धक्का मारने लगा. बाकी सब अपने लंड हिला रहे थे. दस मिनट बाद राज भी मेरी चूत में ही झड़ गया और दूर हट गया. मैं अभी नहीं झड़ी थी … मुझे राज पर गुस्सा आने लगा था.

हरि- कुतिया … कैसा लगा तुझे इतना बड़ा लंड लेकर … आज तक तो तू तेरे शिबू का ही 6 इंच का लंड लेती थी.
मैं- बहुत मजा आया भोसड़ी के … चल अब तू आजा चोद दे भड़वे मुझे रंडी की तरह.

मेरी गालियां सुनकर उसे गुस्सा आ गया- भड़वा बोलेगी साली … कुतिया छिनाल … तेरी मां का भोसड़ा … रुक रंडी अभी बताता हूं.

अब उसने मुझे सीधा लेटा दिया और अपना लंड एक ही झटके में मेरी चूत में पूरा डाल दिया.
मैं दर्द के मारे तड़फ गई- आह … नहीं धीरे कर ले … अब नहीं बोलूंगी … आहह … आहहहह … मर गई … आहहह.

लेकिन हरि जोर जोर से पूरी स्पीड में मेरी चुदाई कर रहा था और मैं दर्द से मरी जा रही थी. इसी बीच मेरी चूत का दो बार पानी निकल गया था. फिर वो लंड निकाल कर सीधा लेट गया.

हरि- चल रंडी … आ मेरे लंड के ऊपर बैठ जा.

मैं भी गांड हिलाते हुए जाकर उसके लंड पर बैठ गई. मैंने उसके मोटे लंड को अपनी चूत पर टिका लिया और नीचे बैठने लगी. मुझे ऐसे में चुदने में बहुत मजा रहा था. मैं पूरा लंड चूत में लेकर जोर जोर से अपनी चूत मरवाने लगी थी.

‘आआह … आआहह..’

मैं हरि के लंड पर ऊपर नीचे होने लगी. उसने मुझे अपनी छाती की तरफ खींचा तो मेरी गांड पीछे से खुल गई.

तभी पीछे से विशाल आया और उसने मुझे हरि के ऊपर सीधा लेटा दिया. हरि का लंड अभी भी मेरी चूत में था.

विशाल- देखो तो साली की क्या मस्त गांड है … रंडी की गांड मारने में कितना मजा आएगा.

मैं डर गई.

मैं- नहीं नहीं विशाल प्लीज गांड में नहीं … बहुत दर्द होगा.

पर वो नहीं माना और उसने मेरी कमर को कसके पकड़ लिया. मैं झटपटाने लगी … पर नीचे से हरि ने भी मेरे हाथ पकड़ लिए.

वे सब हंसने लगे.

फिर विशाल ने मेरी गांड में लंड डालने की कोशिश करने लगा. पर मेरी गांड का छेद बहुत छोटा था. उसने जबरदस्ती लंड गांड में घुसाने की कोशिश की और उसके लंड की टोपी गांड में अन्दर गुस गई.

मैं दर्द से कंप उठी. मैं रोई चिल्लाई- आंह … नहीं मेरी गांड मत मारो.

मगर वो लंड डालता ही गया.

मैं- विशाल मेरी गांड बहुत छोटी है … प्लीज ज्यादा जोर मत लगाओ … तुम्हें गांड मारनी ही है न तो मेरे बैग मैं एक क्रीम रखी है … वो लगा लो.

तब शिबु ने मेरे बैग से क्रीम निकाल कर विशाल को दे दी. विशाल ने अपनी उंगली से क्रीम मेरी गांड में अन्दर तक लगा दी और अपने लंड पर भी लगा ली.

अब वो फिर से अपने लंड को मेरी गांड में डालने लगा. अब लंड थोड़ा आसानी से गांड में घुस रहा था, पर उसका लंड इतना मोटा था कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था.

वो मेरी गांड में लंड डालने की स्पीड बढ़ाने लगा. नीचे से हरि भी अपना लंड मेरी चूत में डाल रहा था. मेरी गांड और चूत दोनों एक साथ चुद रही थीं.

कुछ देर के दर्द के बाद मुझे भी अब मजा आने लगा था.
मैं मुस्कुराते हुए चिल्लाने लगी- अंह उन्ह … आह … हहहह हह … चोदो मुझे … और जोर से चोद दो … आह बना दो आज मुझे रंडी … मेरी चूत और गांड दोनों फाड़ दो … आआहह ऊऊऊहह …

मैं जोर जोर से चिल्लाकर सैंडविच चुदाई के मजे ले रही थी. तभी राज आया और उसने सामने से मेरे मुँह में लंड दे दिया. अब मेरे सारे छेदों में लंड था.

शिबू- अब बन गई मेरी शोनू रंडी … तुझे मैं ऐसे ही चुदता हुआ देखना चाहता था … तुझे मैं बाजारू रंडी बना दूंगा.

मैं भी उसकी बातें सुन कर और मजे से चुदवा रही थी.

कोई बीस मिनट बाद मैं बहुत थक चुकी थी. सबके सब झड़ने वाले थे … तो जोर जोर से धक्के मारने लगे थे. मैं फिर से झड़ गई थी. मेरी चूत से पानी बहने लगा था. तभी हरि मेरी चूत में झड़ गया.

उसके बाद राज मेरे मुँह में झड़ गया. मैं उसका पूरा पानी पी गई. थोड़ी ही देर में विशाल भी मेरी गांड में ही झड़ गया.

हम सब बहुत थक चुके थे, तो ऐसे ही लेट गए.

थोड़ी देर बाद सब उठे और सबने दारू के पैग लगाए और मुझे एक बार फिर से चोदना शुरू कर दिया.

इस बार मुझे xxx ग्रुप सेक्स में बहुत मजा आ रहा था.

शिबु ने भी मेरी गांड मारी और सबने अपना अपना पानी मेरे ऊपर गिराया. फिर हम साथ में नहाए और तैयार हो गए. सबने घर जाते समय मुझे होंठों पर किस की.

हरि बोला- रंडी अब जब भी मौका मिलेगा … हम ऐसे ही xxx ग्रुप सेक्स करेंगे.
मैंने भी कहा- तुम जब बुलाओगे तब अपनी गांड और चूत लेकर आ जाऊंगी.

दोस्तो, यह मेरी सच्ची xxx ग्रुप सेक्स पार्टी स्टोरी है … जिसे लिखने में मेरे शिबु ने भी मदद की है. अब मैं एक रंडी बन गई हूँ … मेरी चुदाई की बहुत सारी कहानियां हैं … जिसे मैं बारी बारी से सुनाऊंगी.

मुझे मेल करके जरूर बताएं कि मेरी xxx ग्रुप सेक्स पार्टी स्टोरी आपको कैसी लगी? मैं आप सभी के मेल का रिप्लाई जरूर दूंगी.

मेल आईडी है
shonushibuxxx@gmail.com

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