मेरी चुत की प्यास 2

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मेरा नाम पिंटू शर्मा है.. मैं शिमला से हूँ..
ये बात, करीब दो साल पहले की है.. मेरा दिल्ली में नेट का पेपर था..
मैं पेपर देकर जल्दी ही रेलवे स्टेशन की तरफ आया पर 4:30 वाली ट्रेन निकल गई..

अब रात को 9 बजे ट्रेन में आना पड़ेगा.. थोड़ा उदास हो गया.. फिर बाहर होटेल में नाश्ता करने गया.. फिर इधर – उधर घुमा..
रात को वापस स्टेशन पर आया.. ट्रेन आ गई.. मैं फाटक से एक डिब्बे में चढ़ गया..
मैंने ऊपर वाली सीट पर बैग रख दिया.. नीचे वाली सीट रोक ली..
थोड़ी देर बाद एक लेडी अपने पति और दो लड़को और एक लड़की क साथ आ गई..
उनको कालका जाना था..
लेडी – ये डिब्बा कालका वाला है जी.. हम को कालका जाना है..
पिंटू – आंटी जी फटाफट सामने वाली सीट पर बैठ जाओ.. ये वहीं जाएगी.. जल्दी करो नहीं तो कोई और आ जाएगा..
वो मेरे सामने वाली सीट पर 3 बच्चो के साथ बैठ गई.. अंकल ऊपर वाली सीट पर लेट गये..
सीट मिलने पर सभी खुश थे..
वो मस्त माल थी.. मोटी ज़्यादा नहीं थी.. दूध और फेस गोल और मस्त थे..
उसने पंजाबी पहनावा पहन रखा था.. घाघरि और कुरती.. उस पर चुनरी.. एक दम गोरी मस्त माल.. बस उसको चुदाने की ज़रूरत थी..
वो जब अपना सामान रखने के लिए झुकी तो उसकी मस्त गाण्ड मेरे घुटने से टकराई..
वो वापस मुड़ कर मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई..
करीब 1 घंटे बाद, उसका लड़का मेरी ऊपर वाली सीट पर आ गया..
वो उसको खाना देने लगी तो मेरे बिल्कुल सामने आकर खड़ी हो गई..
उसके दोनों हाथ ऊपर थे.. उसकी नंगी कमर मेरे चेहरे के बिल्कुल पास थी..
मेरा जी कर रहा था उसको पकड़ कर किस कर दूं.. डर भी बहुत लग रहा था.. पर मुझे उसके हावभाव से पता चल गया की ये लंड लेना चाहती है..
ये किसी को नहीं बताएगी.. मैं बड़ी हिम्मत कर उसकी कमर के पास हो गया और अपने होंठ कमर से टच कर दिए.. फिर हटा लिए.. वो एकदम चौंक गई..
उसने नीचे, मेरी तरफ़ देखा और मुस्कुराई..
मैं लगातार उसकी तरफ देखने लगा.. ताकि वो समझ जाए..
उसने मेरी तरफ देखा.. फिर वो मुस्कुराई.. कई देर बाद वो खड़ी हो गई.. अपने पति के कान के पास बात करने लगी..
शायद वो उसको चोदने के लिए कर रही थी.. आंटी ने उसको किस कर दिया.. मुझे ये देख कर झटका सा लगा..
वो खड़ा हो कर दूसरी तरफ सो गया..
आंटी बैठ गई.. अब उसका बेटा नीचे आ गया और लेट गया.. वो ऊपर चढ़ गई..
रात के 11 बज गये थे.. सभी यात्री ट्रेन क अंदर सो गये थे.. मैंने पूरे डिब्बे में देखा तो सब सो गये..
कोई भी आवाज़ नहीं आई.. मैं खड़ा हो गया.. ऊपर वाली सीट पर सोना चाहता था.. आंटी से बोला तो वो खड़ी हो गई पर नीचे नहीं उतरी..
मैं मेरा मोटा कंबल सीट पर बिछा कर लेट गया.. वो थोड़ी देर बैठी रही.. फिर मुझ से पूछ कर मेरे आगे सो गई..
मैं बहुत खुश था.. मैं उठ बैठा हुआ और उसकी पीठ पर हाथ रख कर लाइट ऑफ कर दी.. वो भी खुश थी.. थोड़ी देर बाद मैंने अपना हाथ उसके हिप पर रख दिए..
वो कुछ नहीं बोली.. अब मेरा लंड खड़ा हो गया..
मैंने अंधेरे में अपनी पैंट खोल कर लंड बाहर निकल दिया..
वो मेरे पास हो गई.. मेरी तरफ उसकी गाण्ड थी..
मैंने लंड को उसकी गाण्ड पर टीका दिया और अपना हाथ उसके हिप पर रख दिया.. वो कुछ भी नहीं बोली..
मैं अब हाथ फेरने लगा.. मेरा हाथ उसकी कमर पर रखा.. उसने कुछ नहीं किया..
कई देर बाद हाथ फेरने क बाद उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने दूध पर रख दिया..
मैं काफ़ी खुश था.. मैंने दूध को पकड़ लिया.. दूध मस्त थे..
रस से भरे दूध को मैं दबाने लगा.. वो आ भरने लगी..
कुछ देर दूध को दबाता रहा.. मेरा लंड अब टाइट हो गया.. उसने अपनी घाघरि उँची कर दी.. मैं बहुत खुश हुआ..
मैंने हाथ लगाया तो देखा उसने नीचे कुछ नहीं पहना था.. मेरे हाथ उसके पोंद पर फिरने लगा..
फिर मैंने मेरा टाइट लंड उसके पोंद के बीच की दरार पर रखा..
लंड टाइट होता गया.. लंड धीरे – धीरे दरार को चीरता हुआ गाण्ड क छेद तक पहुँच गया..
फिर मैंने शॉट मारने लगा..
मेरा लंड मस्त पोंद पर उछलने लगा.. उसके दोनों चूतड़ मस्त थे.. मुलायम चूतड़ के बीच लंड से शॉट मारने का मज़ा ही अलग है..
मेरे आगे वाले पार्ट में मज़ा आने लगा..
वो मूड गई.. मैंने उसके होंठ चूसने स्टार्ट कर दिए..
वो मस्त हो गई.. कुछ भी नहीं बोली..
वो चूत चुदाने के लिए तैयार थी.. उसने अपनी कुरती ऊपर कर ली..
दूध देख कर मैं तो निहाल हो गया.. गोरे रंग के मस्त दूध.. आए हाए.. क्या बात थी.. दूध खूब गूल थे.. मुलायम और एक दम सॉफ्ट..
मैं उनको मुंह में डाल कर चूसने लगा..
ब्मुह में डालने से मज़ा आने लगा.. दोनों दूध की निप्पल भी मस्त थी..
थोड़ी देर बाद मैंने उसकी चूत पर हाथ रखा.. वो समझ गई.. लंड चूत में आने वाला है..
उसने अपने हाथ में लंड को पकड़ा तो जोरदार झटका लगा.. उसके हाथ में मेरा लंड मुश्किल से आ रहा था..
उसने चूत पर रखा तो मज़ा आ गया..
फिर धीरे से अंदर डाला तो बहुत मज़ा आया..
अब कई झटके मारे पर लंड अंदर नहीं गया.. फिर मैंने लंड पर थूक लगा कर ज़ोर का शॉट मारा..
लंड अब सारा अंदर चला गया.. फिर स्टार्ट हो गई चुदाई.. वो मस्त हो गई..
आंटी – चोदो.. .. मैं .. कब से मोटे लंड से चुदवाना चाह रही थी.. .. ऊऊ.. एया या.. ऊ ऊओ.. मार.. गैइ इ.. चुद गई.. चूत .. मेरी.. फट.. गई..
पिंटू – धीरे बोलो अंकल जाग जाएगे.. चूत चुदे बिना ही रह जाएगी..
आंटी – अंकल एक बार सो जाते हैं तो फिर नहीं जागते.. तुम चूत मारो..
पिंटू – तो फिर पूरी नंगी हो जाओ.. ज़्यादा मज़ा आएगा.. चादर है वो ओढ़ कर चूत चुदा लेना..
हम दोनों नंगे हो गये..
फिर उस पर चादर कर ली.. मैंने आंटी को पकड़ा तो बहुत मज़ा आया.. उसके होंठ गाल चूसे..
उसके दोनों दूध खूब चूसे.. उसको गले लगा कर पीठ पर हाथ फेरा.. उसके चूतड़ को पकड़ कर दबया..
उसके दूध मेरे सीने से लग गये.. मैंने कस कर पकड़ा तो दूध के निप्पल मेरे सीने से लग गये..
दूध सीने से लगे थे.. मज़ा आने लगा..
उसकी चूत की चुदाई फिर शुरू हो गई.. अब शॉट मारने से मज़ा ज़्यादा आने लगा.. मेरे लंड के आस पास के एरिया में बहुत मस्त हो गया..
चुदाई शुरू हो गई..
रात 12 बज गये थे.. वो मस्त हो कर चूत देने लगी.. मज़ा खूब आने लगा..
अब मैंने उसको सीधा लेटा लिया.. मैं उसके ऊपर चढ़ कर चूत में लंड डाल कर चोदने लगा..
मैं पहली बार किसी लेडी को चोद रहा था.. काफ़ी देर तक चुदाई चलती रही.. फिर ट्रेन स्लो हो गई.. कोई स्टेशन आया था..
कहानी जारी रहेगी…

फिर उस पर चादर कर ली.. मैंने आंटी को पकड़ा तो बहुत मज़ा आया.. उसके होंठ गाल चूसे..

उसके दोनों दूध खूब चूसे.. उसको गले लगा कर पीठ पर हाथ फेरा.. उसके चूतड़ को पकड़ कर दबया..

उसके दूध मेरे सीने से लग गये.. मैंने कस कर पकड़ा तो दूध के निप्पल मेरे सीने से लग गये..

दूध सीने से लगे थे.. मज़ा आने लगा..

उसकी चूत की चुदाई फिर शुरू हो गई.. अब शॉट मारने से मज़ा ज़्यादा आने लगा.. मेरे लंड के आस पास के एरिया में बहुत मस्त हो गया..

चुदाई शुरू हो गई..

रात 12 बज गये थे.. वो मस्त हो कर चूत देने लगी.. मज़ा खूब आने लगा..

अब मैंने उसको सीधा लेटा लिया.. मैं उसके ऊपर चढ़ कर चूत में लंड डाल कर चोदने लगा..

मैं पहली बार किसी लेडी को चोद रहा था.. काफ़ी देर तक चुदाई चलती रही.. फिर ट्रेन स्लो हो गई.. कोई स्टेशन आया था..

आंटी – स्टेशन आया है.. रुकना मत.. अंधेरा है.. कोई नहीं देखेगा.. चोदो..

मैंने कहा – 2 मिनिट में कुछ नहीं होता.. रुक कर फिर डाल दूँगा..

मैं उतार गया..

फिर हमारे डिब्बे में आगे दो – तीन स्वारिया चढ़ गई..

थोड़ी देर बाद, मैं फिर शुरू हो गया.. उसको घोड़ी बना दिया.. खुद घोड़ा बन कर उसकी चूत पर मोटा लंड रख कर चोदने लगा..

उसको जाली के पास कर लिया ताकि हम नीचे ना गिर जाए..

असली मज़ा आने लगा..

30 साल की घोड़ी पर 21 साल का घोड़ा चढ़ गया..

वो मस्त हो कर, अपनी चूत में मेरा लंड डलवाने लगी..

उसको ऐसे चुदवाने में मज़ा आने लगा.. मैं शॉट पर शॉट मारने लगा..

फिर कुछ देर बाद, पूरा उसके ऊपर चढ़ जाता.. उसकी पीठ पर चढ़ कर लेट जाता..

वो बेचारी घोड़ी, घोड़े के नीचे अपनी चूत में लंड डलवा कर कुछ भी नहीं बोल रही थी..

वो अपने ऊपर घोड़ा चढ़ा कर खुश थी.. काफ़ी देर तक ऐसे ही चलता रहा.. अब मैं ज़ोर ज़ोर से शॉट मारने लगा..

थोड़ी देर बाद, उसने कहा – अब रुकना मत.. मैं शॉट मार रहा था.. फिर वो ढीली पर गई..

मैं अब भी शॉट मार रहा था.. 2 मिनिट ज़ोर ज़ोर से शॉट मारने के बाद मैंने सारा माल उसकी चूत में डाल दिया.. सच में पहली बार बहुत मज़ा आया..

मैं नीचे उतर कर लेट गया.. वो भी मेरी तरफ मुंह कर लेट गई..

हमने चादर ओढ़ ली..

पिंटू – यार कपड़े मत पहनना.. और करेंगें..

आंटी – कालका तक चूत तुम्हारे लिए है.. सारी रात चुदना..

पिंटू – मैं चंडीगढ़ 2 बजे उतर..

आंटी – एक चुदाई तो मज़े से हो जाएगी..

पिंटू – आप कहाँ रहती है.. अपने नंबर दो..

आंटी – हमारा घर बस स्टेशन के पास है.. मेरे पति हलवाई का काम करते हैं.. आज वापस जा रहे है.. एक मेरी लड़की है.. दो बच्चे मेरी बहन के हैं..

पिंटू – ओ मैं तो समझा था की आपके 3 बच्चे हैं.. आपकी कास्ट क्या है .?.

आंटी – हम पंजाबी हैं..

पिंटू – आपके पति आपको चोदते नहीं क्या .?.

आंटी – चोदते तो हैं पर कम चोदते हैं.. शाम को तक कर सो जाते हैं.. आज तुमने तो मेरी मस्त चुदाई की.. तुम्हारे चोदने का स्टाइल मस्त है..

पिंटू – पहली बार कोई लेडी चुदी है.. मैं तो पेपर देने क लिए आया था दिल्ली..

आंटी – वाह, मेरे राजा.. जब भी आओ तो मेरे घर आना.. मैं घर पर अकेली रहती हूँ.. बच्चे स्कूल और वो दुकान चले जाते हैं.. सास – ससुर पिंड में रहते है.. मेरी एक ननद रहती है..

पिंटू – वो भी चुदना चाहेगी क्या..

आंटी – हाँ.. वो और मैं खुल कर बात करते हैं.. वो अभी तक चुदी नहीं है.. वो अपने मोबाइल पर मुझे नंगी फिल्म दिखती है..

पिंटू – कॉलेज में किसी ने चोदा नहीं .?.

आंटी – वो लड़कियों के कॉलेज में पढ़ती है.. मस्त माल है.. उंगली लेती है..

बातें चलती रहीं और वो खुश हो कर सेक्स की सारी बात बताती रही.. लगभग एक बज गया था..

अम्बाला निकल गया था.. सभी लोग सोए पड़े थे ..

अब मैंने उसको उल्टा कर पीछे से लंड डाल दिया.. लंड खूब टन गया था..

लंड गरम भी था.. कुछ देर झटके मारे.. फिर वो सीधी हो कर दूध चूसने लगी..

दूध की निप्पल मेरे मुंह में थी..

मैंने उस को खूब चूसा..

उसके गाल, होंठ, दूध को खूब चूसा.. वो अब चूत मरवाने के लिए घोड़ी बन गई..

मैंने घोड़ा बन लंड उसकी चूत पर रखा.. शॉट मारा पर लंड ज़रा भी आगे नहीं गया..

कई शॉट मारे तो लंड आगे से दर्द करने लगा..

मैंने उसको सीधा लिटाया.. फिर धीरे से शॉट मारे..

5 शॉट बाद, लंड आधा अंदर गया.. अब मैंने लंड पर थूक लगाया और एक ही शॉट में लंड चूत में घुस गया..

5 मिनिट के बाद, उसकी चूत कुछ चिकनी हो गई..

वो अब घोड़ी बन गई.. मैंने पीछे शॉट मारा.. लंड अंदर चला गया..

फिर एक 30 साल की आंटी की जवान घोड़ी की तरह, एक घोड़े से चुदवाने लगी..

आंटी – आ आह ह ऊऊ.. आ आहह.. आ आ.. चोदो.. .. चोदो.. अपनी घोड़ी को.. चूत.. को मज़े से भर दो.. .. मोटा लंड मस त्टत्त.. है.. चोदो.. .. आ आ अह ह.. चोद.. .. आ आ अहह.. मेरे.. घोड़े.. घोड़ी.. को.. ऊपर.. चढ़ कर.. चोदो.. .. घोड़ी की चूत मा आरू.. .. अया.. हम म्म्म.. ऊ ऊ ऊ.. रीई ए.. मार.. गई.. ऊ ऊ ऊओ.. ऊ ऊ ओ.. आ आ आ.. चूत.. मस्त हो गई.. ..

मैं अब धीरे से सारा लंड अंदर डालता, फिर आराम से बाहर निकलता..

स्लो सेक्स से बहुत मज़ा आता है..

मेरा सारा ध्यान लंड पर था.. लंड चूत को चीर कर अंदर जाता फिर बाहर आता तो चूत की दीवार से ल्ज्ने क बाद, लंड और भी मोटा ही गया.. हम दोनों को बहुत मज़ा आने लगा..

आंटी – यार, ऐसे धीरे से करने में बहुत मज़ा है.. घोड़ी तुम्हारी है.. मस्त हो कर चोदो..

मैं अब भी चोद रहा था.. उसके मुलायम चुत्तडों पर जंप आ रहा था.. मेरा लंड बाहर आ गया..

आंटी – यार चूत में डालो..

मैंने ऐसे सुनते ही लंड चूत में डाल दिया.. 3 – 4 झटको क बाद लंड चूत में था.. मज़ा आने लगा..

आंटी – ऐसे ही चुदाई मचाते रहो.. चूत पर खेलो..

उसके दूध मेरे सीने से रगड़ खा रहे थे.. निप्पल के टच करने का मज़ा ही कुछ और था.. दूध का नशा मस्त था.. उसको घोड़ी बन कर ज़ोर से चोदा..

मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी कमर पकड़ कर चोदने लगा.. घोड़ी बनाकर चोदने का मज़ा ही अलग है..

आंटी – मज़ा आ रहा है एये ए आहा आ हा.. चोदो.. चोदो.. और चोदो.. चूत को फाड़ दो.. आहा आ आ .. आ.. आ.. ऊओ.. उई मा आ.. ओहो ऊवू हा अ.. चोदो.. मज़ा आ रहा है.. .. ज़ोर.. से चोदो.. ओ.. ऊ..

मैंने उसकी कमर छोड़ दी और दूध पकड़ कर चोदने लगा..

थोड़ी देर बाद, पूरा ऊपर चढ़ गया जैसे घोड़ी पर घोड़ा चढ़ जाता है..

मुझे अब और भी मज़ा आने लगा.. थोड़ी देर सेक्स करने क बाद उसके ऊपर चढ़ कर रुक गया..

मेरा लंड उसकी चूत में ही था.. वो मचल रही थी..

मेरी सारी बॉडी उसके ऊपर थी.. मैं ऊपर से उसको बाहों में भर लिया.. मेरा राइट हैंड उसके पीछे से जाकर लेफ्ट दूध को पकड़ लिया.. लेफ्ट हैंड से उसके राइट दूध को पकड़ लिया..

वो पूरी तरह से मेरी पकड़ में थी.. उसके दोनों दूध मेरी पकड़ में थे.. उसकी चूत में मेरा लंड समाया था.. वो मचल रही थी..

मेरा आगे का सारा शरीर में मज़ा ही मज़ा आ रहा था.. मेरा लंड उसकी चूत में रस चोद रहा था..

वो – चोदो ना.. रुक क्यों गये.. मज़ा आ रहा है.. आपने तो.. मुझे पिंजरे में बंद कर दिया.. .. हिलने ही नहीं दे रहे.. मुझ से इतना वजन सहन नहीं हो रहो.. ऊऊ

मैंने उसको ढीला छोड़ दिया.. अब ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.. कभी पूरा ऊपर चढ़ जाता कभी नीचे से ही चोदता..

15 मिनिट के बाद वो ढीली पड़ गई.. मैं अब भी उसको चोद रहा था..

थोड़ी देर बाद मैंने सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया और खड़ा हो गया..

हमने कपड़े पहन लिए..

आंटी – कालका में आओ तो मेरी चूत चोदने के लिए ज़रूर आना.. दो चूत दिला दूँगी.
.
फिर हमने बातें की और दूध भी चूसे.. फिर मैं 2 बजे चंडीगढ़ उतर गया..

ये स्टोरी कैसी लगी, ज़रूर बताना..

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